विज्ञापन
बिहार सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे अपनी गेहूं की फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बेचने के लिए सरकारी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन आवश्यक रूप से करा लें। राज्य में रबी फसलों का कुल क्षेत्रफल लगभग 40 लाख हेक्टेयर है, जिसमें से 26 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई होती है। यानी राज्य में 50% से अधिक रकबे में गेहूं की खेती होती है, जिससे किसान MSP योजना का लाभ उठा सकते हैं।
इस साल सरकार ने गेहूं का एमएसपी मूल्य 150 रुपये बढ़ाकर 2425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है, जो रबी सीजन 2025-26 में लागू होगा। किसानों से कहा गया है कि वे अधिक गेहूं की बुवाई करके MSP का अधिकतम लाभ प्राप्त करें और समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचें।
डीबीटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर किसान नजदीकी सरकारी खरीद केंद्र पर 2425 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं बेच सकते हैं और उनका भुगतान सीधे 48 घंटे के भीतर उनके बैंक खाते में जमा हो जाएगा। बिहार सरकार सभी जिलों में पर्याप्त गेहूं खरीद केंद्र स्थापित करेगी और प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों व व्यापार मंडलों के माध्यम से पंचायत व ब्लॉक स्तर पर भी केंद्र बनाए जाएंगे।
खरीद की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, जिसमें खेत मालिक और बटाईदार किसान डीबीटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। जो किसान पहले ही रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं, उन्हें दोबारा करने की आवश्यकता नहीं है। वे सीधे सहकारिता विभाग के पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी जानकारी: गेहूं बेचने के लिए डीबीटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए तीन जानकारियां आवश्यक हैं:
इन जानकारियों के आधार पर ही किसान का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा, जिसके बाद वह सरकारी रेट पर गेहूं की बिक्री कर सकेंगे। सरकार ने किसानों से अधिक से अधिक गेहूं MSP पर बेचकर इसका लाभ उठाने की अपील की है।