खेती आमतौर पर मौसम पर निर्भर करती है. हर फसल को उगने और पकने के लिए जरूरी मौसम चाहिए होता है. ऐसे में किसान मौसम के पूर्वानुमान के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग यानि आईएमडी पर निर्भर रहते हैं. किसानों के लिए मौसम विभाग रोजाना मौसम का पूर्वानुमान जारी करता है. इस बीच एक अच्छी खबर यह है कि मौसम विभाग सोमवार से पंचायत स्तर पर मौसम का पूर्वानुमान जारी करेगा. इससे किसानों को काफी फायदा होगा. इसके जरिए किसान अपने गांवों। के मौसम के बारे में भी जान पाएंगे.
विशेषज्ञों के मुताबिक कहा जा रहा है कि मौसम विज्ञान विभाग के इस कदम से फसलों की बर्बादी भी कम होगी. किसान मौसम खराब होने से पहले से अपनी उपज को सुरक्षित जगह पर स्टोर कर लेंगे. वहीं, आईएमडी की इस घोषणा से देश के किसानों की बीच खुशी की लहर है.
आईएमडी प्रमुख मृत्युजंय महापात्रा ने जानकारी दी है कि सोमवार को 'हर हर मौसम, हर घर मौसम' पहल और जलवायु सेवाओं के लिए राष्ट्रीय फ्रेमवर्क भी लॉन्च किया जाएगा. इसके अलावा आईएमडी अपनी 150वीं वर्षगांठ मनाने के लिए साल भर चलने वाले समारोहों की शुरुआत करेगा. उनके अनुसार भारत की तकनीकी क्षमता ने आईएमडी के लिए अपनी पूर्वानुमान क्षमता को ब्लॉक से पंचायत स्तर तक ले जाना संभव बना दिया है. इसका उद्देश्य 'पंचायत मौसम सेवा' के माध्यम से देश भर के हर गांव में कम से कम पांच किसानों से जुड़ना और उन्हें गंभीर मौसम की चेतावनी के अलावा अधिकतम और न्यूनतम तापमान, आर्द्रता और हवा की गति जैसे सभी मौसम मापदंडों के बारे में जानकारी प्रदान करना है.
आईएमडी प्रमुख ने इस दौरान यह भी कहा कि किसान अब अंग्रेजी और हिंदी के अलावा 12 भारतीय भाषाओं में पंचायत स्तर पर मौसम की जानकारी ले पाएंगे. महापात्र ने कहा कि आईएमडी अभी ब्लॉक स्तर पर कृषि संबंधी, मौसम संबंधी टिप्पणियों और पूर्वानुमानों को प्रसारित करने में मदद कर रहा है. अब, हम पंचायत स्तर तक पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि पंचायत सचिवों, पंचायत सरपंचों और वार्ड सदस्यों को इसमें शामिल किया जा रहा है.
आईएमडी प्रमुख के अनुसार आईएमडी ने 2013 में 120 शहरों के लिए नाउकास्ट या तूफान के लिए गंभीर मौसम की चेतावनी शुरू की थी. महापात्र ने कहा कि अब तक, हमने देश भर के सभी जिलों और 1,200 शहरों और कस्बों के लिए सभी प्रकार के गंभीर मौसम के लिए नाउकास्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी योजना के तहत देश के किसी भी कोने में कोई भी व्यक्ति अगले सात दिनों और अगले कुछ घंटों के लिए मोबाइल ऐप के माध्यम से मौसम से जुड़ी कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकता है. इसके लिए मोबाइल ऐप पर किसानों को सिर्फ स्थान का नाम लिखना होगा या क्षेत्र का पिनकोड डालना होगा. इसके बाद मोबाइल स्क्रीन पर आपके गांव का पूर्वानुमान से जुड़ी जानकारी आ जाएगी. इसमें अधिकतम और न्यूनतम तापमान, आर्द्रता, हवा गति को कवर किया जाएगा. साथ ही गंभीर मौसम के लिए अलर्ट भी जारी होगा.