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मध्य प्रदेश में फार्मा क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएँ और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं, जानिए कैसे

मध्य प्रदेश में फार्मा क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएँ और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं, जानिए कैसे
युवाओं के लिए फार्मास्यूटिकल में कार्य करने के लिए बेहतर अवसर

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में फार्मा क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएँ बताई हैं। यादव ने कहा कि फार्मा क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएँ हैं, प्रदेश में फार्मा के व्यवसाय को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। फार्मा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा है कि सघन वन वाले पूर्व क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन के प्रयासों को बढ़ाया जाना चाहिए। प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र के जिलों में रहने वाले जनजातीय समाज द्वारा वर्षों से पशुपालन और दुग्ध उत्पादन किया जाता रहा है। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड प्रदेश में दुग्ध उत्पादन, पशुधन सुधार, चारा क्षेत्र को बढ़ाने और दुग्ध व्यवसाय से लोगों को आर्थिक रूप से सहयोग प्रदान करेगा।

युवाओं के लिए फार्मास्यूटिकल में कार्य करने के लिए बेहतर अवसर:

फार्मास्यूटिकल इण्डस्ट्री में कार्य करने के लिए युवाओं को टेक्निकल रुप से स्ट्रांग बनाया जाएगा। मध्यप्रदेश में फार्मा कलस्टर डेव्लप करने की संभावनाएँ बेहतर हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में गुणवत्तापूर्ण और सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रालय में इंडियन ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के सदस्यों के साथ चर्चा की। यादव ने कहा कि राज्य सरकार उद्योगों की स्थापना के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश में फार्मास्यूटिकल उद्योगों की स्थापना के लिए सब्सिडी देने के साथ भूमि भी उपलब्ध कराई जा रही है। 

एमपी में फार्मेसी के व्यवसाय को बढ़ाने पर चर्चा:

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बायोटेक पार्क विकसित करने के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि फार्मा सेक्टर को बढावा दिया जाए, साथ ही बैठक में सदस्यों ने इण्डस्ट्रीज को पोल्यूशन फ्री जोन बनाने, फाइटो मेडिसिन डेव्लप करने, फार्मास्यूटिकल के लिए मेघनगर के पास नया एरिया डेव्लप करने का सुझाव दिया। बैठक में मध्यप्रदेश में फार्मेसी के व्यवसाय को और अधिक बढ़ाने पर चर्चा हुई। एमएसएमई पॉलिसी पर भी विचार -विमर्श किया गया।

मध्यप्रदेश में डेयरी विकास के लिए मार्गदर्शन और सहयोग: मुख्यमंत्री मोहन डॉ. यादव की उपस्थिति में नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष श्री मीनेश शाह और पशुपालन एवं डेयरी विभाग के मध्य एनडीडीबी के साथ परामर्श व सहयोग के उद्देश्य से एक त्रिपक्षीय करारनामे पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री गुलशन बामरा उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आज डॉ. मीनेश शाह से मध्यप्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाकर विभिन्न उपायों से किसानों और पशुपालकों के आर्थिक उन्नयन के माध्यम से उनकी जिंदगी बदलने के संबंध में विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बोर्ड के सहयोग और मार्गदर्शन से इस क्षेत्र में निश्चित ही महत्वपूर्ण कार्य होंगे।

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