किसानों को खेती से अच्छी और उन्नत फसल प्राप्त करने के लिए समय पर सिंचाई करना बहुत जरूरी है। ऐसे में किसान फसलों की सिंचाई के लिए बरसात के पानी पर निर्भर रहते हैं जिसका सीधा असर फसलों की पैदावार पर पड़ती है। इसके लिए किसानों को ट्यूबवेल की जरूरत पड़ती है। लेकिन आज भी अधिकतर किसानों के खेतों में ट्यूबवेल की सुविधा उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण उन्हें अपनी फसलों की सिंचाई करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए हरियाणा सरकार ने किसानों को ट्यूबवेल में बिजली कनेक्शन के लिये कर सकते हैं आवेदन।
हरियाणा ट्यूबवेल कनेक्शन योजना हरियाणा सरकार द्वारा किसानों की सहायता के लिए शुरू की गई है। जिसके तहत राज्य के किसानों को जल्द ही ट्यूबवेल कनेक्शन प्रदान किए जाएंगे। किसान एक से 15 जुलाई तक कृषि नलकूपों के बिजली कनेक्शन का लोड भी बढ़ाने के लिए आवेदन कर सकेंगे।
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मंत्रिमंडल की बैठक में एक ट्यूबवेल फेल होने के बाद दूसरा ट्यूबवेल लगाने के लिए सौर ऊर्जा की शर्त को समाप्त कर दिया गया है। यदि कोई किसान दूसरा ट्यूबवेल लगाता है तो उसे पहले से लगे कनेक्शन पर ही बिजली आपूर्ति की अनुमति होगी। इससे पहले सरकार द्वारा दूसरा ट्यूबवेल लगाने पर सौर ऊर्जा से ही ट्यूबवेल को कनेक्शन दिया जाएगा।
ट्यूबवेल कनेक्शन योजना का उद्देश्य: हरियाणा सरकार के 82 हजार किसानों ने अब तक ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए आवेदन किया है। जिसमें से 7421 किसानों का इस योजना के तहत सर्वे करके उन्हें 4 स्टार या उससे ज्यादा रेटिंग वाला ट्यूबवेल कनेक्शन और मोटर उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा 1728 किसानों को कनेक्शन और मोटर उपलब्ध कराई जा चुकी है।