उत्तर प्रदेश में टमाटर के भाव में पिछले पांच से छह दिनों से गिरावट आई है। दोहरीघाट और चर्रा मंडी में इसकी तेज़ गिरावट ने किसानों को आर्थिक संकट में डाल दिया है। इसके पीछे के कारणों को समझने के लिए हम ने विभिन्न मंडियों की साप्ताहिक रिपोर्ट को गहराई से विश्लेषण किया है।
उत्तर प्रदेश: टमाटर साप्ताहिक रिपोर्ट (22 दिसम्बर – 28 दिसम्बर)
दोहरीघाट मंडी:
आवक: 6 टन
वैरायटी: देशी
दोहरीघाट मंडी: में टमाटर का भाव शुक्रवार को 2965 रुपये प्रति क्विंटल था, जबकि गुरूवार को यह 1576 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गया। पिछले सप्ताह 1389 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट
चर्रा मंडी: टमाटर के भाव
आवक: 6 टन
वैरायटी: देशी
बाजार का विश्लेषण इसी तरह चर्रा मंडी में भी इसमें 2960 रुपये से बढ़कर गुरूवार को 1070 रुपये प्रति क्विंटल तक का गिरावट देखा गया। पिछले सप्ताह 1890 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट
चांदपुर मंडी: टमाटर के भाव
आवक: 0.02 टन
वैरायटी: हाइब्रिड
मूल्य सीमा:
न्यूनतम: ₹1000 प्रति क्विंटल
अधिकतम: ₹1200 प्रति क्विंटल
औसत: ₹1100 प्रति क्विंटल
मंडी भाव: शुक्रवार टमाटर 1300 रुपये प्रति क्विंटल (खुला), 1100 रुपये प्रति क्विंटल (बंद) पिछले सप्ताह 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट
तुलसीपुर मंडी: टमाटर के भाव
आवक: 1.6 टन
वैरायटी: देशी
मूल्य सीमा:
न्यूनतम: ₹1180 प्रति क्विंटल
अधिकतम: ₹1240 प्रति क्विंटल
औसत: ₹1210 प्रति क्विंटल
मंडी भाव: शुक्रवार टमाटर 1750 रुपये प्रति क्विंटल (खुला), 1210 रुपये प्रति क्विंटल (बंद) पिछले सप्ताह 540 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट इस तेज़ गिरावट के पीछे कई कारण हैं। मौसम की अनियमितता और प्राकृतिक परिस्थितियों के असुविधाएं इसमें मुख्य रूप से शामिल हैं। इसके अलावा, टमाटर की अधिक मांग और आपूर्ति की कमी भी इस गिरावट के पीछे हैं।
निष्कर्ष: सार्थक बाजार विश्लेषण के बाद, हमें यहां यह देखने को मिलता है कि टमाटर के भाव में तेज़ गिरावट के कारण किसानों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।